वृद्धावस्था में पेट की गैस की समस्या का घरेलू उपचार

पेट में गैस बनना और फूलना आज के समय में एक आम समस्या बन चुकी है। बदलती लाइफस्टाइल और व्यस्त जीवन के कारण यह समस्या अधिक बढ़ने लगी है। ज्यादा व्यस्त रहने के कारण आप अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते है जिसके कारण पेट में गैस जैसी अनेक बीमारियां उत्पन्न होने लगती है। वैसे तो पेट फोन ना या गैस बनना कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन लंबे समय यदि आपकी यह समस्या ठीक नहीं हो रही है तो यह आगे चलकर कब्ज का रूप भी ले सकती है। इसलिए हमें ध्यान रखना चाहिए गैस की समस्या है या नहीं एसिडिटी ज्यादा दिनों तक न रहे। हालाकि जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे हमारा इम्यून सिस्टम भी कमजोर होने लगता है जिससे खाना पचाने में भी दिक्कत होने लगती है ।
बुढ़ापे में हमारे शरीर के लिए भोजन को पचाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है । जिसके कारण वृद्धावस्था में यह समस्या ज्यादातर देखने को मिलती है।

पेट में गैस बनने के कारण क्या हो सकते है

पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें से सबसे मुख्य अनियमितता से खाना खाना या अनहेल्दी भोजन करना होता है। हालांकि कई बार ज्यादा खाना खा लेने के कारण भी गैस की समस्या होने लगती है या फिर ज्यादा शराब पीना, मानसिक तनाव लेना ,बदहजमी ,
एसिडिटी और ज्यादा देर तक खाली पेट रहने, जंक फूड या तली-भुनी चीजें का ज्यादा सेवन भी पेट में गैस बना सकती है। इन सबके अलावा भोजन करने के दौरान हाइड्रोजन, मीथेन या कार्बन डाइऑक्साइड जैसी गैसों का उत्सर्जन हो सकता है। ये गैसें बहुत असुविधा पैदा कर सकती हैं। इन सभी के कारण पेट में गैस बनती है ।
आपको बता दे आपकी बड़ी आंत में गैस तब बनती है जब बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कुछ स्टार्च और कुछ शुगर को फर्मेंटेट करते है जो की आपकी छोटी आंत में पच नहीं पाते हैं। जिसका कुछ हिस्सा बैक्टीरिया भी खा लेते हैं, लेकिन जब आप अपने गुदा से गैस निकालते हैं तो बची हुई गैस निकलती है। पेट में गैस बनने के दौरान लोबिया, मोठ, उड़द की दाल, राजमा, छोले का सेवन करने से बचना चाहिए।

पेट में गैस क्यों बनती है?

जब हमारे पेट में गैस बनती है तो सबसे पहला सवाल यही होता है कि आखिर गैस बनती क्यों है तो हम आपको बता दे की खाना खाने के बाद पाचन क्रिया के दौरान पेट में हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन गैस बनती है
जो की गैस बनने का मुख्य कारण होता है। हालांकि पेट की समस्या से राहत पाने के लिए कई घरेलू उपाय होते है। जिसे नीचे विस्तार से बताया गया है और यदि आप किसी आयुर्वेदिक दवा की खोज कर रहे हैं तो आप सबका भरोसेमंद डॉक्टर एमएचपी गैस केयर चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं यह 15 से 90 दिनों के भीतर ही असर दिखना शुरू कर देता है।

गैस बनने के लक्षण

पेट में गैस बनने के लक्षण रोगी के हिसाब से अलग-अलग भी हो सकते हैं लेकिन पेट में दर्द होना , फूलना या सूजन आने के साथ ही पेट में ऐंठन के साथ पेट में भारी-भारी लगना या कुछ चुभने जैसा एहसास होना और उल्टी आना सर दर्द करना गैस के मुख्य लक्षण होते हैं।

बुढ़ापे में अपने पाचन तंत्र को कैसे स्वस्थ रखे

भोजन को ठीक तरह से चबाकर खाना

कई बार जल्दी-जल्दी खा लेना या फिर ठीक तरह से ना चबाने के कारण पेट में गैस बन सकती है इसलिए आपको आराम से वह ठीक तरह सर चबाकर खाना चाहिए। दरअसल भोजन पचाने की प्रक्रिया हमारे मुंह में मौजूद लार में एमाइलेज एंजाइम की मदद से शुरू होती है। इसलिए भोजन को ठीक से चबाना अति आवश्यक है क्योंकि इससे हमारे मुंह में भोजन का सत्र क्षेत्र बढ़ जाता है।जिससे एमाइलेज भोजन को कुशलतापूर्वक तोड़ने में सक्षम होता है।

छोटे-छोटे निवाले लेने से

जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है वैसे ही हमारी पाचन शक्ति भी धीरे होने लगती है। बढ़ती उम्र के कारण हम अधिक भोजन भी ग्रहण नहीं कर पाते हैं और न ही पचा पाते हैं इसलिए हमको दिन में 3 से 4 बार खाना खाने के साथ ही थोड़ा-थोड़ा कर कर और छोटे-छोटे निवाले लेना चाहिए।

अपनी मुस्कान बरकरार रखे

गैस की समस्या को रोकने के लिए जिस तरह से ठीक से चबाना जरूरी है तो वही दंतोर मसूड़े की देखभाल करना भी उतना ही जरूरी है अपने पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हमें हमेशा दांतों की अच्छे से जांच करनी चाहिए और अपनी मुस्कुराहट बनाए रखना चाहिए। हालांकि अक्सर बुढ़ापे के कारण भोजन चबाने में तकलीफें होती हैं इसलिए आपको नरम भोजन, सब्जियों के सूप, स्मूदी खाना लेना चाहिए जिससे पाचन में सुधार करने में मदद मिलेगी साथ ही आंत-स्वस्थ पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा मिलती है।

नियमित व्यायाम करे

पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ बनाने के लिए व्यायाम करना अत्यंत आवश्यक है। कई बार बुढ़ापे में बार-बार चलना फिरना मुश्किल हो जाता है लेकिन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए समान रूप से उठाना और रहना जैसी हल्की गतिविधियां आपको अवश्य करना चाहिए जिससे कब्ज से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलेगी।आप चाहे तो कुछ स्ट्रेचिंग वाले व्यायाम भी करें।

पेट में गैस बनने पर क्या करना चाहिए।

हल्का गर्म पानी पीएं

वैसे तो पानी शरीर के लिए काफी लाभदायक होता ही है। लेकिन आपके पेट में गैस हो तो आपको हल्का गर्म पानी पीना चाहिए। हल्का गर्म पानी पेट की गैस और फूले हुए पेट को कम करने में सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित हुआ है।अगर आप पेट में भारीपन या गैस जैसा महसूस करते हैं तो हल्का गर्म पानी पीया करें। रोज सुबह उठने के बाद खाली पेट दो से तीन ग्लास हल्का गर्म पानी पीजिए। इसके अलावा आप चाहें तो पूरे दिन भी हल्का गर्म पानी पी सकते हैं। यह गैस और पेट फूलने की समस्या को हमेशा के लिए खत्म कर देता है।

सौंफ का सेवन करें

पेट की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सौंफ को काफी फायदेमंद माना गया है । दरअसल सौंफ में एंटी माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं जो पेट में गैस, जलन, दर्द और पेट फूलने की समस्या को दूर करते हैं। यह डायजेशन सिस्टम को ठीक और शरीर के तनाव को दूर करता है। आप इसका सेवन कर सकते हैं।

अजवाइन का सेवन करें

अजवाइन का सेवन करने से पेट की कई सारी परेशानियां खत्म हो जाती हैं तो वहीं गैस बनने और पेट फूलने की वजह से बेचैनी और चिड़चिड़ाहट होने लगती है जिसके कारण आप काफी परेशान हो जाते हैं तो आपको अजवाइन का सेवन करना चाहिए जिससे बेचैनी और चिडचिडाहट दूर हो जाएगी। आप चाहे तो थोड़ी अजवाइन को सेंघा नमक के साथ मिलाकर चबाएं और फिर हल्का गरम पानी पीएं। यह आपके गैस को खत्म करने में मदद करता है।

दही का सेवन करें

आपको ठंडा दही का सेवन करना चाहिए क्योंकि दही में
प्रोबायोटिक्स नामक बैक्टीरिया होते हैं जो डाइजेशन सिस्टम को ठीक करने के साथ ही हजम करने में काफी मदद करता है।दही खाने से गैस की समस्या दूर हो जाती है। आप चाहे तो छास या लस्सी के रूप में भी दही का सेवन कर सकते हैं।साथ ही दही में पोटेशियम भी पाया जाता है जो की शरीर से सोडियम को खत्म करने में मदद करता है।

केला का सेवन करें

केला में आयरन और पोटैशियम की बहुत आर्थिक मात्रा पाई जाती है जो कि पेट फोन नया गैस जैसे समस्याओं से राहत दिलाने में काफी मदद करता है आप सुबह शाम नाश्ते में एक-एक कला का सेवन कर सकते हैं या फिर इसका शेक बनाकर भी पी सकते हैं। केला पेट में जलन, गैस, एसिडिटी में राहत दिलाता है और साथ ही इसमें मौजूद पेसटिन तत्व खानपान की गड़बड़ी के कारण होने वाले कब्ज को भी दूर करता है।

हरड़

हरड़ का सेवन करने से आपके पेट की कई सारी समस्याएं खत्म हो जाएगी यह पेट की समस्या के साथ ही कई तरह की परेशानियों में काफी फायदेमंद है।ये पेट में बनने वाली वायु को जड़ से खत्म कर सकता है। गैस की समस्या होने पर हरड़ के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर खाने से राहत मिलती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे हरड़ को
‘हर्रे’ भी कहते हैं।

काला नमक

पेट में गैस ,जलन या फिर सूजन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप काला नमक का सेवन भी कर सकते हैं।
अजवाइन जीरा या फिर हरड़ में काला नमक बराबर मात्रा में मिलाकर उसे पीसकर चूर्ण बना ले और फिर इस चूर्ण को 2 से 6 ग्राम की मात्रा में खाना खाने के तुरंत बाद पानी के साथ ले। इसके महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे आप बच्चों को भी दे सकते हैं लेकिन आपको उसकी मात्रा पर ध्यान देना होगा और इससे किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।

अदरक

अदरक पेट में बनने वाले गैस की समस्या से राहत दिला सकती है। इसके लिए अदरक के एक छोटे टुकड़े पर नमक छिड़क कर रख दें। अगले दिन से इसे दिन में कई बार खाएं। इससे गैस की समस्या से छुटकारा मिलेगा, साथ ही शरीर हल्का होना और भूख भी लगेगी।

नारियल पानी

नारियल पानी वैसे तो शरीर के लिए काफी फायदेमंद है ही लेकिन कौन सा फायदा के साथ ही इसका सेवन करने से पेट की कैसे चालान या फिर सूजन जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलती है। नारियल पानी पेट में गैस बनने और अपच को दूर करने में काफी लाभदायक है। नारियल पानी डिहाइड्रेशन में भी दवा के रूप में काम करता है।

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