पाद की गंध से कई लोग परेशान है और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं क्या आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं हालांकि पाद के कई कारण हो सकते हैं जैसे आपका भोजन सही तरीके से न पचना या कुछ उल्टा सीधा खा लेना हालांकि पाठ करने की आदत गंदी होती है लेकिन ऐसा कोई भी जानबूझकर नहीं करता है क्योंकि यहां एक नैचुरल प्रक्रिया है जैसा रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है लेकिन कुछ खास तरीकों से आप अपने फार्ट करने की आदत पर कंट्रोल कर सकते हैं या फिर बदबूदार फार्ट को खत्म कर सकते हैं। कुछ भी अनहेल्दी या जंक फूड खाने के बाद होने वाले पाठ की बदबू से कहीं ना कहीं आप भी शर्मिंदा हुए होंगे और यदि आप बार-बार फार्ट आने की वजह से अब परेशान हो चुके हैं तो आइए जानते हैं कि हमें फार्ट क्यों आते हैं और उनमें दुर्गंध क्यों होती है?और इसे कैसे रोका जा सकता है ? उससे पहले बता दे कि यदि आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप डॉ एमएचपी का गैस केयर चूर्ण का सेवन जरूर करें इससे आपके पेट में हो रही गैस और जलन से तुरंत राहत मिलेगी । इस चूर्ण को नींबू ,धनिया, अदरक , काला नमक आदि के मिश्रण से बनाया गया है जो की गैस से छुटकारा पाने में फायदेमंद साबित हुए हैं इस चूर्ण को आप 3 से 5 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 से 3 बार उपयोग कर सकते हैं इसे आप यहां से खरीद सकते हैं।https://mhpayurveda.com/product/gas-care-churn/
फार्ट होता क्या है ?
शायद आप ना जानते होंगे लेकिन आपको बता दे
फार्टिंग को पासिंग गैस, कटिंग द चीज़, लेटिंग इट रिप, ब्लोइंग अ रस्पबेरी, ब्रेकिंग विंड और टूटिंग जैसे कई नामों से जाना जाता है। ये हमारे शरीर का बेसिक फंक्शन होता है। दरअसल जब हमारे पेट में केशव का दबाव पड़ जाता है तो वह आवाज के साथ या बिना आवाज के लैपटॉप से गैसों का रिलीज होने को ही फार्ट कहते हैं। फार्ट में से कभी दुर्गंध आ भी सकती है और कभी नहीं भी, कई बार फार्ट में किसी तरह की गंध नहीं होती है।
फार्ट आते क्यों है?
फार्टिंग एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है. दरअसल, जब बड़ी आंत में बैक्टीरिया हमारे आहार में उन चीजों को उपापचय करते हैं और जिन्हें हम उपापचय नहीं कर पाते हैं तो पाद आते है। और वैज्ञानिकों के अनुसार यदि हम इस प्रक्रिया को रोक दे यानी कि पेट में बनने वाली गैसों को शरीर से बाहर नहीं निकलेंगे तो हम फट भी सकते हैं। हम डकार और फार्ट के जरिए ही चयापचय बनने वाली गैसों को शरीर से बाहर निकलते हैं ।
फार्ट में तेज दुर्गंध क्यों आती है ?
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फार्ट के कारण लोग कई बार शर्मिंदा हो जाते हैं क्योंकि इसमें दुर्गंध आती है जिसके कारण सभी को पता चल जाता है हालाकि ज्यादातर हमारे फार्ट पर कोई ध्यान नहीं देता क्योंकि उनसे ना तो आवाज आती है और ना ही किसी तरह की दुर्गंध फैलती है। इस तरह के फार्ट में ऑक्सीजन, हाइड्रोजन,नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन जैसी गंध रहित गैसें पास होती हैं। और जबकि जिन फार्ट में दुर्गंध होती है उसमें हाइड्रोजन सल्फाइड गैस शामिल होती है।उनमें सड़े हुए अंडों की जैसी दुर्गंध आती है। हाइड्रोजन सल्फाइड अपचनीय भेाजन को पचाने में मदद करने वाले रोगाणुओं का अपशिष्ट है। इसके साथ ही कई दूसरे कारणों से भी फार्ट में बदबू आती है। जैसे मांस को पचाने के दौरान बनने वाले बाय-प्रोडक्ट भी फार्ट में बदबू पैदा करते है।
बहुत ज्यादा फार्ट क्यों आते हैं ?
बार-बार या बहुत ज्यादा फार्ट आने के कई कारण हो सकते हैं अगर किसी व्यक्ति को दूध से बनी चीजों से दिक्कत होती उसे कार्बोहाइड्रेट फूड पहचान में दिक्कत होगी जिससे बार-बार पाठ आते हैं इसके अलावा अगर किसी के पेट में हर्निया और डंपिंग सिंड्रोम की प्रॉब्लम है तो उसे इंटेस्टाइन में घूमने की प्रोसेस पर असर पड़ता है। शुगर के मरीजों को भी बार-बार फार्ट आने की परेशानी होती है। बता दे कई बार किसी बीमारी की बहुत ज्यादा दवाइयां लेने से भी गैस बनने लगती है।
क्या खाने से ज्यादा फार्ट आते हैं ?
जिन लोगों के खाने में ग्लूकोज, लैक्टोज और फ्रैक्टोज जैसे शुगर कंटेंट ज्यादा रहते हैं उनके पेट में गैस बनने की समस्या भी उतने ही ज्यादा होती है। और जो व्यक्ति आइसक्रीम या फिर दूध के प्रोडक्ट ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उन्हें फार्ट ज्यादा आते हैं ।अंडे और कॉफी का ज्यादा इस्तेमाल करने वालों के फार्ट में भी ज्यादा दुर्गंध आती है
ब्रोकोली
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भले ही ब्रोकली पौष्टिक और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है लेकिन क्या आप जानते हैं इसमें सल्फर यौगिक की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण पेट में गैस ज्यादा बनती है।
ब्रोकोली में फाइबर और रैफिनोज भी अधिक होता है, जो बदबूदार गैस का कारण बन सकता है। इसलिए आपको इसका सेवन कम करना चाहिए।
फूलगोभी
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फूलगोभी भी ब्रोकली की प्रजाति का होता है फूलगोभी क्रूज वाली सब्जियों की श्रेणी में ही आता है ये सब्जी स्वस्थ और फाइबर में हाय तो होता है लेकिन रैफिनोज की उपस्थिति के कारण पेट में गैस बनने लगते हो और बदबूदार फार्ट् आने लगते है। इससे बचने के लिए आपको फूल गोभी का इस्तेमाल कब करना चाहिए।
डेयरी प्रोडक्ट
क्या आप जानते हैं कि दूध, पनीर और दही जैसी चीजें खाने से आपके फार्ट में ज्यादा बदबू आ सकती है। क्योंकि इन डेयरी उत्पादों में सल्फर होता है जिसके कारण पेट में गैस बनने के साथ ही बदबूदार फार्ट आते हैं ।
प्याज
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प्याज किसी भी खाने का स्वाद तो बढ़ा सकती हैं, लेकिन ये बदबूदार गैस का कारण भी है। इनमें फ्रुक्टेन होते हैं जो सूजन और गैस का कारण बनते हैं।
बीन्स
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बींस का सेवन करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है बींस और दाल फाइबर से भरपूर होता है इसके साथ ही इसमें रैफिनोज, एक जटिल चीनी जो अच्छी तरह से पचती नहीं है। जिसके कारण इसका सेवन करने से गंधक की गंध पैदा करती है जिससे बदबूदार गैस निकलती है।
फ्राइड फूड्स
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इन सभी सब्जियों के अलावा आपको बाजार में मिलने वाले बर्गर पिज्जा फ्रेंच फ्राइज जैसे फ्राइड फूड्स का सेवन नहीं या कम करना चाहिए। जिन खाद्य पदार्थ में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती हैं उन्हें कम खाना चाहिए क्योंकि वह बदबू का कारण बनती है इसलिए कम सोडियम वाली चीजों को भी सेवन करें ।
बार बार पाद आना कौन सी बीमारी है
किसी भी व्यक्ति के लिए पाद आना एक नॉर्मल बात है लेकिन यदि आप बार-बार पाद करते हैं तो इसका मतलब हो सकता है कि आप बार-बार पाद वाली किसी बीमारी के शिकार हो चुके हैं।
बार बार पाद आने का घरेलू उपचार
- गर्म पानी में जीरा मिलाकर पीना
- ।ग्रीन टी यानी हरी चाय पीना।
- हरे धनिये का रस पीना।
- पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर पीना।
- अदरक का रस निकालकर गुड़ और नमक मिलाकर खाना।
- दही खाना।मेथी के दाने को भिगोकर खाना।
- लहसुन का सेवन करना।सौंफ खाना।
पाद न आने के कारण
पाद न आना एक स्वाभाविक हो सकता है लेकिन लंबे समय से पाद न आने का कई कारण हो सकते हैं पाद न आने के अन्य कारणों में दवाओं का उपयोग, भोजन में कुछ विशेष तत्वों के अभाव या संभवतः श्वसन रोगों जैसे सीएपीडी, ब्रोंशाइटिस और अस्थमा के लक्षण शमिल हो सकते है।