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आज के समय में युवा अपने काम को लेकर काफी व्यस्त रहने लगे हैं। जिसके कारण उन्हें अपना हेल्थ का ध्यान रखना तक का टाइम नहीं मिल पाता है और वह ज्यादातर बाहर का खाना खाने लगे हैं साथ ही समय न मिलने के कारण व्यक्ति व्यायाम करना तो बिल्कुल ही भूल चुके हैं
जिसके कारण कई सारियां बीमारियां भी उत्पन्न होने लगी है क्योंकि एक तो वह उल्टा सीधा कहते हैं तो वह दूसरा जरूर से ज्यादा जागना या फिर कम नींद लेना यही कारण है कि आज के समय में दिल से जुड़ी बीमारियां भी होने लगी है कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक आने लगे हैं।
हमारे देश भारत में हर साल लगभग 30 लाख से ज्यादा लोग दिल से जुड़े समस्याओं कई शिकार होते हैं। हालांकि युवाओं में जो दिल की बीमारी की समस्या बढ़ रही है उसका एक कारण धूम्रपान भी है आज के युवा सीक्रेट तंबाकू और गुटखा का अत्यधिक सेवन करने लगे हैं जिसके कारण कई सारी बीमारी होने लगी है।
इसके अलावा तनाव के कारण भी हार्ट अटैक आने के चांसेस होते हैं।नौकरी का दबाव जो दिल की बीमारियों को बढ़ा रहा है। लोगों को टारगेट दे दिए जाते हैं आपको इतना काम करना है तो वो अपने काम को करने के दबाव में रहते हैं जिसके कारण वो तनाव में आ जाते हैं।
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तनाव दिल के रोग का बहुत बढ़ा खतरा है।पहले दिल का दौरा 55-60 वर्ष की उम्र में होता था लेकिन अब 25-30 वर्ष की उम्र में भी दिल का दौरा पड़ने लगा है।
हालांकि हार्ट अटैक आने के और कहीं भी कारण हो सकते हैं लेकिन आज हम आपको इस लेख में हार्ट अटैक से बचने के लिए उपाय के बारे में बताएंगे साथ ही आपको बताएंगे यदि हार्ट अटैक आता है तो आपको क्या करना चाहिए लेकिन उससे पहले हम आपको बता दे यदि आप लंबे समय से दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं और आयुर्वेदिक दवा की तलाश कर रही है तो आप डॉ एमएचपी हार्टो 21 चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते है।
जिसे अर्जुन चाल, गिलोय, दालचीनी, शंखपुष्पी, पुनर्नवा, सर्पगंधा, त्रिफला जैसी 21 हर्बल सामग्रियों से बनाया गया। जिसका उपयोग हर कोई अपने हृदय को शक्ति प्रदान करने और हृदय संबंधी सभी प्रकार की समस्याओं के इलाज के लिए कर सकता है।
हार्टो 21 चूर्ण बेहतरीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बना है जो उच्च रक्तचाप को कम करने और हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए आवश्यक हैं।
हार्टो 21 चूर्ण के दैनिक सेवन से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, जिससे अचानक दिल की विफलता का खतरा कम हो जाएगा। इसे आप कंपनी की वेबसाइट से खरीद सकते हैं।
हार्ट अटैक क्यों और कैसे आता है?
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व्यक्ति को दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक तब आता है जब हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली एक या अधिक कोरोनरी आर्टरियों में रुकावट हो जाती है
हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण तत्व प्राप्त नहीं हो पाते हैं । और हमारे दिल को प्राप्त रूप से खून नहीं मिल पाता है जिसके कारण हार्ट अटैक आ जाता है ।ब्लॉकेज का निर्माण आमतौर पर इस रुकावट के कारण ही बनता है ।
दिल का दौरा आना मतलब नसों का ब्लॉक होना।दिल का दौरा कार्डियक अरेस्ट से अलग होता है, जिसमें दिल पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है।अस्वास्थ्यकर खपत और तनाव शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं,
कोलेस्ट्रॉल प्लाक बनाने के लिए जिम्मेदार होता है।प्लाक धमनियों में ब्लॉकेज पैदा कर देता है जिसके कारण भी हार्ट अटैक होने की समस्या होने लगती है।
हार्ट अटैक के लक्षण
- अचानक से सीने में बेचैनी और दर्द होना।
- थकान और चक्कर आना।
- दिल में जलन महसूस करना और खट्टी डकार लेना।
- कई रिपोर्ट के अनुसार हार्ट अटैक आदित्य रात में आता है तो वही रात में ठंडा पसीना आना भी हार्ट अटैक के लक्षण होता हैं।
- दिल में घबराहट होना
- छाती में दबाव जैसा महसूस करना और सांस लेने में तकलीफ होना।
- चिंता होना।
- बाहों, गर्दन, जबड़े और कंधे के ब्लेड के बीच में दर्द
- हल्कापन और मतली
- शरीर का भार कम महसूस होता है
- बाएं हाथ में दर्द होना।
- उल्टी जैसा महसूस होना और अपच अच्छे की समस्या होना।
हार्ट अटैक के कारण क्या हैं?
- दिल के दौरे का मुख्य कारण, हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली एक या अधिक कोरोनरी आर्टरीयों में रुकावट होना है।
- किसी बीमारी के चलते लंबे समय तक दवाई लेना
- खराब जीवन शैली बार बार उल्टा सीधा खा लेना।
- तंबाकू जैसे उत्पादों का अधिक सेवन करना।
- चयापचय संबंधी रोग
- अपने जीवन मे अधिक तनाव लेना
- दिल के दौरे का पारिवारिक इतिहास
- ज्यादा मोटा होना या अधिक वजन उठाना
- हृदय की रुकावट
- उच्च कोलेस्ट्रॉल
- उच्च रक्तचाप या उच्च रक्तचाप
- मधुमेह
- रक्त वाहिका में बनने वाला रक्त का थक्का जो शरीर के अन्य अंगों से हृदय तक चला जाता है
दिल का दौर से बचने के लिए करें इनका सेवन
1 मछली
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हमारे दिल को स्वस्थ रखने के लिए मछली अत्यधिक फायदेमंद होती है क्योंकि मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जो कि दिल के लिए अच्छा होता है इसलिए आपको हफ्ते में कम से कम दो बार मछली का सेवन जरूर करना चाहिए
इसके लिए आप सार्डीन, सैमन, मैकरल मछलियों का इस्तेमाल कर सकते हैं जिनसे आपको ज्यादा फायदा मिलेगा। इसके अलावा सालमन एक समुद्री मछली होती है
जो आपको आसानी से कहीं भी मिल जाएगी इसका सेवन तो आपको दिल की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अवश्य करना चाहिए।यह हृदय के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व है। इसलिए आप इसे अपनी डायट में शामिल करके हृदय रोग से बचे रह सकते हैं।
2 अखरोट
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किसी भी प्रकार की बीमारी से बचने के लिए ड्राई फ्रूट्स भी एक अच्छा विकलाप होता है तो वहीं दिल की बीमारी से बचने के लिए अखरोट का खाना फायदेमंद साबित होता है।
दरअसल, अखरोट में कोलेस्ट्रॉल लेवल को संतुलित करने और ब्लड प्रेशर को कम करने का गुण पाया जाता है जो हृदय रोग के मुख्य कारणों में गिने जाते हैं। इसलिए आपको अभी से ही अपने डाइट प्लान में अखरोट भी शामिल करें।
3 अलसी
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अलसी यानी फ्लैक्स सीड का सेवन करने से आपको न केवल दिल की बीमारियों से छुटकारा मिलेगा बल्कि यह आपको कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
अलसी में ओमेगा 3 एसेंशियल फैटी एसिड पाया जाता है जिसे एक अच्छा फैट माना जाता है और ओमेगा 3 फैटी एसिड होने के कारण यह सीधे दिल पर एक गुणकारी पोषण तत्व की तरह काम करता है ।
4 बादाम
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दिल से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ब्लड प्रेशर और रक्त कोशिकाओं का स्वस्थ रहना अत्यंत आवश्यक होता है इसके लिए आप बादाम का सेवन कर सकते हैं जिससे आपका ब्लड प्रेशर सही रहता है
इसके लिए आप चाहे तो रात में 6 से 7 बादाम को कर सुबह उठकर खाएं।बादाम खाने से हृदय रोग का खतरा कई गुना तक कम हो जाता है और साथ ही साथ यह रक्त कोशिकाओं को भी स्वस्थ रखने का काम करता है।
इसके अलावा बादाम में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है जो ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को भी ध्यान में रखता है जिसके कारण आप कई प्रकार की दिल की बीमारियों से बच सकते हैं।
5 टमाटर
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टमाटर का सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है जो कि हमारे हृदय में होने वाली बीमारियों से बचाता है।
यदि आप टमाटर का सेवन प्रतिदिन करते हैं तो हृदय आघात जैसे जोखिम का खतरा ठीक काफी हद तक काम हो जाता है। दिल इसलिए दिल से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी होने के कम चांस रहते हैं
इसे आप सलाद के रूप में या फिर चटनी, सूप या जूस के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल हार्ट अटैक आमतौर पर अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल होने के कारण आता है ऐसे में टमाटर इसे नियंत्रित रखने में मदद करता है।
6 गाजर
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दिल की बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए आपको गाजर का सेवन अवश्य करना चाहिए क्योंकि गाजर में पोषण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं ।
गाजर में विटामिन , विटामिन के, विटामिन B1, B2, B6 के साथ-साथ कैल्शियम पोटेशियम फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होता है जो कि दिल को मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं।
इन सब के अलावा गाजर में आयफा और पिता कैरोलाइन भी होता है जो दिल के लिए बहुत ही आवश्यक पोषण तत्व होते हैं इसलिए आपको गाजर का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। आप कोशिश करें अपने डाइट में रोज गाजर खाएं।
7 पालक
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एक स्वस्थ, पौष्टिक आहार हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है और महत्वपूर्ण कामकाज को बनाए रखता है। इसलिए आपको हरी भरी सब्जियों को खाना चाहिए। पालक को हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे प्रमुख माना गया है।
पलक पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट विटामिन बी और फाइबर के गुनाम मौजूद होते हैं जो हमारे हृदय को मजबूत बनाते हैं।
इसके अलावा इसमें हमारे हृदय के लिए सबसे जरूरी पोषण तत्व यानी ओमेगा-3 फैटी एसिड की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है इसलिए इसका सेवन अवश्य करें।इन पौष्टिक तत्वों की मौजूदगी को देखते हुए अगर आप इसे अपनी पडाइट में जगह देते हैं तो यह आपके हृदय के लिए बहुत ही लाभदायक होगी।
पालक के अलावा आपको लौकी , मैथी ब्राउन राइस का भी सेवन करना चाहिए।
8 बेरीज
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बेरीज का सेवन करना हमारे हृदय के साथ ही हमारे शरीर के लिए भी काफी लाभदायक माना गया है।
दरअसल बराज में कई ऐसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं जो हमारे दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं साथ ही हमारे दिल के कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम बनाए रखने में मदद करते हैं।
जामुन, ब्लूबेरी और स्ट्रॉबेरी में एंथोसायनिन नामक तत्व होता है फलों को रंग देता है। इन सभी में शक्तिशाली एक्सीडेंट होता है जो शरीर से सूजन को कम करने में भी मदद करता है जो की हृदय रोग के जोखिम को एक प्रमुख कारक है।
9 अर्जुन
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हृदय रोग को खत्म करने के लिए या स्वस्थ हृदय बनाए रखने के लिए अर्जुन एक बहुत अच्छी जड़ी बूटी मानी जाती है
अर्जुन की छाल का चरण का इस्तेमाल करने से हृदय पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है।दरअसल ये हृदय टॉनिक के रूप में काम करता है और हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
इसमें एक एंटी-हाइपरटेंसिव फीचर भी होता है जो हाई ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने में मदद करता है।
10 सोया
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सोयाबीन का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। जोकि हृदय रोग को बढ़ाने मे मुख्य कारण होता है
इसके अलावा ही सोया जैसे टापू और सोया मिल्क भी दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं इनमें भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने के तत्व पाए जाते हैं।
यदि आप अपने हृदय को स्वस्थ बनाए रखना चाहते हैं तो सोया का सेवन अवश्य करें।
दिल का दौर से बचने के लिए अपनाए ये तरीके
फोन कम चलाए
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आज के दौर में हर व्यक्ति फोन में व्यस्त होता नजर आता है वह अपने फोन के बिना एक घंटा भी नहीं रह पाते हैं लेकिन कई सारी बीमारियां ज्यादा फोन चलाने के कारण भी होने लगे हैं।
दरअसल हम ज्यादा फोन चलाते हैं जिसके कारण खुद पर भी ध्यान नहीं दे पाते हैं जिससे हमारी आंखों के नुकसान के साथ ही कई सारे नुकसान होने लगते हैं। जो लोग लगातार फोन चलाते हैं
उनमें बेहतर संतुलन वाले व्यक्ति की तुलना में तनाव और खराब कार्डियक मार्कर का खतरा अधिक रहता है। जिससे हार्ट अटैक जैसी भी समस्या होने लगती है ।इसलिए अपने आप को डिजिटल दुनिया से फ्री कर खुद के लिए वक्त निकालना सीखें।
हर दिन वॉक करें
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यदि हमारा स्वास्थ्य सही रहेगा तो हमारा दिल भी स्वस्थ रहेगा। जिसके लिए हमें रोज शारीरिक गतिविधि करना आवश्यक है जो हमारे दिल को सेहतमंद रखने के साथ ही हमारे मन को भी अच्छा रखता है।
अचानक दिल के दौरे के जोखिम को कम करना है तो आपको डेली फिजिकली तौर पर एक्टिव रहना चाहिए। जिसके लिए डेली आपको लगभग 30 मिनट तक वॉक करने के साथ ही एक्सरसाइज करनी चाहिए।
रोज व्यायाम करने से हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है. इससे ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और वजन भी नियंत्रित रहता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने की आशंका कई गुना कम हो जाती है.
धूम्रपान और शराब पीने से बचे
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आज के समय में कई सारी बीमारियां धूम्रपान और शराब के कारण ही होती है लगभग हर व्यक्ति धूम्रपान करता है अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपको धूम्रपान की आदत अभी से ही भूलनी चाहिए
धूम्रपान से न केवल दिल की बीमारी होती है बल्कि कई सारी बीमारियां भी होती है क्योंकि धूम्रपान करने से हार्ट फेलियर, हृदय गति रुकने, दिल का दौरा और संबंधित बीमारियों के विकास का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। वहीं, शराब से लिवर डैमेज हो जाता है।
तनाव पर नियंत्रण रखे
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हृदय रोग का मुख्य कारण तनाव होता है दरअसल तनाव लेने से हमारे हृदय पर गहरा बुरा असर पड़ता है इसलिए जितना संभव हो सके तनाव से दूरी बनाकर ही रखनी चाहिए
तनाव को दूर करने के लिए आप योग या मेडिटेशन का भी तरीका अपना सकते हैं। तनाव से बचने के लिए आप अपना मन पसंदीदा कम करें और उसमें ही व्यस्त रहे। हंसते मुस्कुराते रहें जिससे आपको तनाव नहीं होगा।
डायबिटीज का रखे ध्यान
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यदि आप अपने हृदय को स्वस्थ बनाए रखना चाहते हैं तो डायबिटीज का भी ध्यान रखना चाहिए हाई ब्लड शुगर की स्थिति दिल के लिए हानिकारक होती है इसलिए आपको नियमित व्यायाम अच्छे डाइट के साथ ही वजन को कम करने से लेकर ब्लड शुगर लेवल को संतुलित बनाए रखने में मदद मिल सकती है
कुछ लोगों को डायबिटीज नियंत्रण पाने के लिए दवा लेने की भी जरूरत होती है लेकिन आप प्रतिदिन व्यायाम कर कर इसे मेंटेन कर सकते हैं।