गैस हमारे शरीर में पाचन तंत्र में पाचन प्रक्रिया का एक सामान्य हिस्सा है शरीर में मौजूद अतिरिक्त गैस डकार या पाद के माध्यम से बाहर निकल जाती है लेकिन गैस हमारे शरीर के किसी हिस्से में फंस जाती है तब गैस के कारण दर्द होने लगता है और जब कैसे शरीर में ज्यादा बनती है तब व्यक्ति कब से या दस्त से ग्रसित होता है। प्रतिदिन कम से कम 8 से 10 बार गैस पास करना जरूरी होता है और यदि ऐसा नहीं होता है तो गैस के दर्द का कारण बन सकता है यदि आपको भी केस की परेशानी हो रही है तो आप डॉक्टर एचपी का गैस केयर चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं इसे जड़ी बूटियां से बनाया गया है इसलिए इसका सेवन करने से आपको किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होगा। आप इसे दिन में दो या तीन बार ले सकते हैं। वैसे आपको बताते हैं गैस की परेशानी लगभग हर व्यक्ति को होती है
यह स्थिति काफी परेशान कर देने वाली और कभी-कभी तो शर्मिंदगी का कारण बन सकती है। हालांकि यहां एक नेचुरल प्रोसेस है लेकिन तब गैस के कारण दर्द होता है तो
गैस का दर्द काफी गंभीर व तीव्र हो सकता है, जो कई गंभीर बीमारियों से होने वाले दर्द के जैसा प्रतीत होता है।
गैस के कारण होने वाले दर्द व परेशानियों के बारे में आज हम जानकारी जानेंगे
गैस का दर्द क्या है?
पेट में गैस बनना सामान्य पाचन प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है। लेकिन जब गैस शरीर के हाथों में बन रही है और आप उसे निकाल नहीं पा रहे हैं तो आपको उसे दर्द व कुछ तकलीफ होने लगती है जो की खतरनाक भी साबित हो सकती हैं।
गैस क्यों बनती है?
पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं और गैस की वजह से अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरह की समस्या भी हो सकती है। कुछ लोगों के गैस के कारण पेट फूल जाता है तो कुछ को पेट में दर्द होने के साथ ही ज्यादा डकार आने लगती है। कई बार जल्दबाजी में खाना खाने के कारण भी गैस बन जाती है और हमारे पेट में मौजूद बैक्टीरिया जब ओवरग्रोथ करने लग जाते है तब की गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है।इसकी वजह से आपकी छाती में जलन, चक्कर आना, उल्टी, दस्त, मतली जैसी शिकायत हो सकती है।
गैस का दर्द के लक्षण कहा और कैसे होता है
- बार-बार गैस आना
- डकार लेना
- पेट दर्द या पेट में मरोड़ या पेट में गांठ बनने जैसा महसूस होना
- पेट फूलना और पेट में तीव्र दर्द या पेट में ऐंठन जैसा महसूस होना
- ।पेट में होने वाला दर्द पेट के इधर-उधर घूम सकता है।
- पेट का आकार सामान्य से अधिक बड़ा हो जाना मतलब सूजन होना
- सांस लेने में दिक्कत होना।
- पेट सख्त व कठोर हो जाना।
- पेट को छूने पर दर्द होनापेट दर्द के साथ-साथ मतली और उल्टी आना
गैस का दर्द क्यों होता है?
खाना खाने के दौरान या पानी पीने के समय जब हम हवा निगलते है तो वह पेट में गैस होने का सबसे मुख्य कारण होता है। कब्ज या दस्त का कारण बनने वाली किसी भी स्थिति के कारण पेट फूलने या गैस का दर्द होने की समस्या बढ़ सकती है। गैस शरीर से निकालने के तीन मुख्य तरीके होते हैं डकार लेना, पेट में जमा करना और गुदा से गैस को निकालना आदि। और जब गैस की मात्रा ज्यादा हो जाती है या किसी कारण से बाहर नहीं निकाल पाती है तो वहां शरीर में फंस जाती है जिसके कारण दर्द होना शुरू हो जाता है।
गैस के कारण सीने में दर्द
कई बार जब सीने में दर्द होता है तो लोग उसे हार्ट अटैक या दिल से जुड़ी बीमारी समझ बैठते हैं। लेकिन अधिकतर सीने में दर्द गैस की समस्या के कारण होता है।जब गैस शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है, तो यह आपके शरीर के कई हिस्सों में घूमता है। अगर सीने में यह गैस चला जाता है तो छाती में जकड़न और बेचैनी हो सकती है।कुछ लोगों को गैस की वजह से सीने में दर्द के साथ-साथ जलन और चुभन भी महसूस हो सकता है।
गैस के कारण पीठ में दर्द
यदि आपको अचानक से पीठ में दर्द हो रहा है तो ये गैस का दर्द हो सकता है ऐसा इसलिए क्योंकि गैस के कारण होने वाला पीठ का दर्द आमतौर पर अचानक से उठता है और थोड़ी देर बाद अपनेआप ठीक भी हो जाता है। और
जब पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द के साथ ही पेट के ऊपरी हिस्से यानी छाती के ठीक नीचे भी दर्द हो रहा है, तो भी यह गैस का दर्द हो सकता है। दरअसल जब गैस बढ़ जाती है तो पीठ और पेट दोनों में एक साथ दर्द होने लगता है ।
गैस के कारण पेट में दर्द
अक्सर गैस के कारण कब्ज और दस्त की समस्या होती है। इस स्थिति में आपको पेट में दर्द, मरोड़ और ऐंठन भी हो सकती है। गैस होने पर पेट में दर्द होना एक सामान्य लक्षण है। अगर आपको गैस की वजह से पेट में दर्द हो तो आप गर्म पानी का सेवन करके इससे छुटकारा पा सकते है।
गैस के दर्द से बचाव
पानी पिएं
यदि आपको गैस के कारण ज्यादा दर्द हो रहा है तो कोशिश करें ज्यादा से ज्यादा पानी पिए आपको रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए
चुइंगम ना चबाना
जैसे कि आपको जानते हैं कि पेट में हवा भरने के कारण भी गैस बन सकते हैं तो आपको चुइंगम के सेवन पर रोक लगानी होगी।क्योंकि चुइंगम चबाने के दौरान व्यक्ति के हवा निकलने की संभावना अधिक होती है। हवा निगलने से पेट के अंदर हवा फंस जाती है और गैस का दर्द होने का खतरा बढ़ जाता है।
स्ट्रॉ का इस्तेमाल ना करें
आज के समय में अक्सर पर पदार्थ पीने के लिए व्यक्ति स्ट्रोक का इस्तेमाल करता है उस दौरान व्यक्ति के अंदर हवा चली जाती है ।यदि आप गैस के दर्द या पेट फूलने से बचना चाहते हैं, तो गिलास से पानी व अन्य पेय पदार्थ पिएं।
धूम्रपान ना करें
सिगरेट आदि पीने के दौरान भी हवा पाचन प्रणाली के अंदर चली जाती है तो धूम्रपान करने से स्वास्थ्य संबंधित बहुत सारी समस्याएं तो पैदा होती ही है इसलिए इसे पूरी तरह से छोड़ देना ही सबसे बेहतर होगा।
जल्दबाजी में ना खाएं
तेजी से भोजन खाने से या खाने के साथ-साथ कुछ और काम करने से आप भोजन के साथ-साथ हवा भी निगल लेते हैं, जिससे गैस का दर्द होने लगता है। जो लोग भोजन को तेजी से खाते हैं उनको अपनी गति को कम करना चाहिए और एक निवाले को कम से कम 30 बार चबाना चाहिए।
गैस के दर्द का इलाज
प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स की मदद से आंतों में अच्छे बैक्टीरिया आ जाते हैं। ये बैक्टीरिया पाचन संबंधी कई समस्याओं को ठीक कर देते हैं जिनमें संक्रामक दस्त भी शामिल है। (
सिमेथिकोन
सिमेथिकोन जो की एक सिलिकॉन यौगिक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन की मंजूरी के साथ ही एक ओटीसी दवा है। यह दवा पेट की सूजन से राहत दिलाने में मदद करती है, जो की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में अतिरिक्त गैस के कारण होती है।
लैक्टेज़
लैक्टेज एक प्राकृतिक एंजाइम है जो लैक्टोज को सरल शर्करा में तोड़ने में काफी मदद करता है साथ ही शरीर इसे आसानी से पचा सकता है। यह एंजाइम लैक्टोज़ असहिष्णुता के लक्षणों, जैसे सूजन, से राहत दिला सकता है। लैक्टैड एक ऐसा ब्रांड है जिसमें लैक्टेज होता है। कोई व्यक्ति हर बार डेयरी उत्पाद का सेवन करते समय इस पूरक को ले सकता है।
गैस से दर्द के घरेलू उपाय
अदरक
अदरक का सेवन शरीर के लिए लाभदायक तो है ही साथ ही इसमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होने की वजह से पेट में गैस और सूजन से राहत दिलाने में मददगार होता है आप इसका सेवन अदरक वाली चाय पीकर या ताजा अदरक की जड़ का एक छोटा टुकड़ा चबाकर कर सकते हैं
सेब का सिरका
पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन।कई बार शरीर में एसिड रिफ्लक्स की करण पेट में गैस की होती है तो ऐसे में आपको सेब के सिरके का उपयोग करना चाहिए । इसके लिए आपको केवल एक कप पानी में दो बड़े चम्मच अनफिल्टर्ड सेब के सिरके का सेवन करना होगा। इसका उपयोग आप दिन में दो बार कर सकते है।
जीरा
गैस की समस्या से राहत पाने के लिए जीरा लाभदायक है।आप प्रतिदिन भोजन करने के बाद एक गिलास पानी में एक चम्मच भुने हुए जीरे को क्रश करके मिलाए और उसे पिए। जीरा एक बेहतरीन एसिड न्यूट्रलाइजर के रूप में जाना जाता है। यह ना केवल पाचन संबंधित दिक्कतों को दूर करता है बल्कि यह पेट दर्द से भी राहत दिलाता है।
खाने की बदलती आदतें
ज्यादा जल्दी-जल्दी खाने से और गैस बनने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने या फिर बिना चबाकर खाने से भी गैस बन सकती है। इसलिए आपको खाने की दुआ आदतें बदलना चाहिए भोजन को आराम से चबाकर खाना चाहिए।
लौंग
लौंग का इस्तेमाल करे इसे आप मुंह में चबाकर भी सकते हैं कोशिश करें आप लौंग को भूनकर खाएं। या फिर भोजन में उपयोग कर इस्तेमाल कर सकते हैं।लौंग में कार्मिनेटिव पाया जाता है जो की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में गैस को बनने से रोकता है।